बात काफी पुरानी है मुंबई में महाराष्ट्र की एक जानी मानी हस्ती श्री राम गणेश की पुण्यतिथि के उपलक्ष में एक समारोह का आयोजनकिया गया था। इस इस प्रोग्राम में उस जमाने की मशहूर अभिनेत्री ललिता पवार जी भी मौजूद थी ।यहां आए कलाकारों के प्रदर्शन चलरहे थे ,प्रोग्राम के आखिर में एक छोटी सी लड़की स्टेज पर गाने के लिए आई ,इससे पहले लोग आते थे परफॉर्म करते थे अवॉर्ड दिएजाते थे ,आखिर में छोटी सी लड़की स्टेज पर गा रही थी उसकी आवाज के जादू ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया ललिता जी भी उसकीमधुर आवाज में खो गई, इस प्रस्तुति के बाद प्रोग्राम समाप्ति की घोषणा कर दी गई। इसके बाद ललिता पवार इस बात से हैरान थी किदूसरे आर्टिस्टो को छोटी मोटी परफॉर्मेंस के लिए भी इनाम वगैरह दिए गए थे ,मगर इस बच्ची ने इतना अच्छा गाया बावजूद इसके उसेकोई अवार्ड या ट्रॉफी या कोई ईनाम नहीं दिया गया। ललिता पवार जी से रहा नहीं गया वह इस बच्ची को कुछ देना चाहती थी इस बातकी घोषणा करना चाहती थी लेकिन उस वक़्त तो उनके पास कुछ था नहीं ,उस समय वह चुपचाप मन मार कर बैठ गई लेकिन उन्होंनेफैसला कर लिया था कि वह इस बच्ची को इनाम जरूर देंगे ।बाद में उन्होंने सोने की कर्णफूल बनवाएं और कोल्हापुर जाकर उस लड़कीको यह दोनों कर्णफूल उपहार में दिए ।प्योर गोल्ड के कर्णफूल ललिता जी ने जिस बच्ची को दिए थे वह थी स्वर कोकिला लतामंगेशकर जी।। ।।