बॉलीवुड के रोचक प्रसंग और कहानियाँ

कल्याणजी आनंद जी की कुछ रोचक बातें हैं जो उन्हें विशेष बनाती थीं

कल्याणजी आनंद जी, भारतीय संगीत इतिहास में एक अनूठे संगीतकार थे जिनके कई रोचक पहलुओं से उनकी प्रसिद्धि बनी थी। यहां कुछ रोचक बातें...

अमरीश पूरी को अपनी पहली फिल्म में भूमिका कैसे मिली

अपने प्रतिष्ठित किरदारों के लिए जाने वाले महान भारतीय अभिनेता अमरीश पुरी की अपनी पहली फिल्म में भूमिका हासिल करने की यात्रा दिलचस्प...

जब अर्चना पुरन सिंह के कारण अमिताभ बच्चन के घर के फोन कर दिए गए बंद 

1992 में एक फिल्म मैगजीन Cinebitz के कवर पेज पर एक फोटो छपी जिसमे अमिताभ बच्चन और अर्चना पूरन सिंह की एक साथ फोटो थी। मीडिया ने जब ये फोटो देखी तो अमिताभ बच्चन के घर फोन करने की कोशिश करने लगे ये जानने के लिए की क्याअमिताभ बच्चन का अर्चना पूरन सिंह के साथ अफेयर चल रहा है ? लेकिन अमिताभ बच्चन के घर के फोन बंद कर दिए गए थे क्युकीवो कवर पेज की फोटो में अमिताभ बच्चन लेटे हुए है और अर्चना बिकिनी में उनके साथ बैठी हुई है । साथ ही फोटो में ये भी लिखा है"Amitabh Archana Caught Red Handed in Love Nest". वैसे पहले अमिताभ बच्चन के साथ रेखा के अफेयर की खबरेजरूर रही थी पर अर्चना पूरन सिंह के साथ अफेयर की खबर पर जनता को विश्वास करना मुश्किल था। मीडिया के काफी फोन करनेके बाद भी अमिताभ बच्चन के घर का फोन नही मिल रहा था उनके घर के फोन बंद कर दिए गए थे  और ये फोन भी अमिताभ बच्चन केबोलने के कारण ही बंद किए गए थे ताकि मीडिया उन्हें परेशान न करे। न सिर्फ फोन लाइन बल्कि अमिताभ बच्चन के परिवार ने भी घरसे बाहर निकलना बंद कर दिया था । लेकिन जब सच्चाई सामने आई वो कुछ और ही थी। मैगजीन कवर पर जो अमिताभ बच्चन अर्चनापूरन सिंह के साथ दिख रहे थे वो अमिताभ बच्चन नही बल्कि उनके हमशक्ल विजय सक्सेना थे। जब Cinebitz मैगजीन से जब इसबारे में पूछा गया तो उनका जवाब आया की हम अप्रैल फूल खेल रहे थे।

नूतन को अपनी ही फिल्म के प्रीमियर में थिएटर के अंदर नहीं घुसने दिया

1951 में फिल्म ‘नगीना’ रिलीज हुई थी जिसमें डरावने सीन भी थे इसलिए नाबालिगों के लिए फिल्म देखने की मनाही थी। नूतन की उम्र उस वक्त महज 15 साल थी। वे अपने अपने फैमिली फ्रेंड शम्मी कपूर के साथ फिल्म के प्रीमियर पर पहुंची। उन्हें लग रहा था कि वेफिल्म की हीरोइन हैं तो उनका जोरदार स्वागत होगा, लेकिन हुआ इसका उलटा। वॉचमैन ने थिएटर के गेट पर ही नूतन को रोक दिया।काफी बहस के बाद भी उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।

शर्मिला टैगोर को हिंदी फिल्मों में ब्रेक कैसे मिला?

शर्मिला टैगोर को हिंदी फिल्मों में तब ब्रेक मिला जब उन्हें फिल्म निर्माता सत्यजीत रे ने अपनी फ़िल्म में लिया। रे ने उन्हें 1959...

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