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कहानी अधूरी फिल्मों की (27)-आज की अधुरी फिल्म है मनमोहन देसाई द्वारा बनने वाली फ़िल्म ‘खुदा गवाह’


आज की अधुरी फिल्म है ‘खुदा गवाह’ . मनमोहन देसाई ने अपने भाई सुभाष देसाई के लिए ‘धरम वीर ‘ बनाई थी.फिल्म ने सफलता के नये किर्तिमान स्थापित किये थे. इस फिल्म के बाद सुभाष देसाई ने दो फिल्मों की घोषणा की थी.ये फिल्में थी ‘ खुदा गवाह’ और ‘देशप्रेमी’ .
फिल्म ‘खुदा गवाह’ मनमोहन देसाई के मार्गदर्शन मे बन रही थी और प्रमुख सितारे थे अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर, परविन बाबी,रंजिता,अमजद खान और कादर खान.फिल्म का निर्देशन सुरेंद्र मोहन कर रहे थे. कुछ स्थानोंपर मनमोहन देसाई को ही निर्देशक बताया गया है. दुसरी नायिका के रुप मे बिंदिया गोस्वामी का नाम भी नजर आता है. स्व.ऋषि कपूर के एक ट्विट को आधार मानकर कलाकारों और निर्देशक के नाम दिये गये है.संगीत लक्ष्मिकांत प्यारेलाल और गीत आनंद बक्षी साहब देने वाले थे.
ये फिल्म वेस्टर्न/काउबॉय / मेक्सिकन बदला शैली को भारतीय रंग से मिलाकर बनने वाली थी.अमजद खान और कादर खान फिल्म मे डकैत की भुमिका मे थे.अमिताभ बच्चन डबल रोल मे नजर आते और परवीन बाबी उनकी प्रेयसी के रोल मे.
इस फिल्म के साथ साथ ‘देशप्रेमी’ की तैयारिया भी चल रही थी जीसके कलाकारों मे अनेक बदलाव करने पडे थे.पहले इस फिल्म मे शत्रुघ्न सिन्हा को साईन किया गया था बादमे यह रोल राजकुमार को आफर किया गया मगर उनकी मांग पर सहमत न होने पर परिक्षित सहानी आये और लेखन मे रोल घटता गया. शिवाजी गणेशन भी नजर आने वाले थे जो फिल्म मे हो रहे विलम्ब के कारण बाहर हो गये.फिर रोल रजनीकांत को आफर किया गया और अंततः प्रेमनाथ ने किया. उत्तम कुमार का फिल्म पुरी होने से पहले देहांत हो गया.मनमोहन देसाई के प्रिय गायक मोहम्मद रफी भी नहीं रहे.हेमा मालिनी गर्भवती हो गई. नविन निश्चल के रोल मे पहले ऋषी कपूर नजर आनेवाले थे.मगर मनमोहन देसाई को लगा की जनता उन्हें पुलिस अधिकारी के रुप मे नहीं स्विकार करेंगे. इस तरह की कठनाईयोंका प्रभाव ‘खुदा गवाह’ पर पडा. और कुछ फिल्मांकन के बाद असंतुष्ट होकर फिल्म बंद कर दी गई. कहते है इस फिल्म की रूपरेखा का इस्तेमाल जैकी श्राफ वाली ‘ अल्लाह रख्खा’ मे किया गया.
फिल्म के कुछ अंश अधुरी फिल्मों के हिस्सों से बनी ‘फिल्म ही फिल्म’ मे नजर आते है.
इस हिस्से की लिंक कमेंटस् मे दी गई है.
खैर ये ‘खुदा गवाहों’ तो नहीं बन पाई मगर कुछ वर्षों बाद 1992 में अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी की ‘खुदागवाह’ आई और लोकप्रिय हुई . मुकुल आनंद के निर्देशन मे बनी इस फिल्म को मनमोहन देसाई को समर्पित किया गया था.

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