अधूरी फिल्मों को याद करती इस श्रृंखला मे आज की फिल्म है ‘बेगम साहिबा ‘.
अपनी अनोखी आवाज और सुंदरता के लिए जानी जाती सलमा आगा पाकिस्तान से हिंदी फिल्मों मे कैरियर बनाने के लिए भारत आई थी.
राज कपूर की मां रामसरनी कपूर के भाई के बेटे जुगलकिशोर मेहरा ने इस्लाम धर्म को अपनाकर अभिनेत्री अनवरी बाई बेगम (फिल्म हिर रांझा 1932) से विवाह किया था.इन अनवरी बाई का पहला विवाह संगीतकार रफीक गजनवी से हुआ था.अनवरी बाई और रफीक गजनवी की बेटी नसरीन (जरिन)की पुत्री है सलमा आगा. सलमा अपने परिवार के साथ लंदन मे रहती थी.
ऋषि कपूर और नितु सिंह की शादी के लंदन मे आयोजित स्वागत समारोह मे आमंत्रित सलमा राज कपूर के बुलावे पर फिल्म हिना के स्क्रीन टेस्ट के लिए मुंबई आई. मगर राज कपूर द्वारा प्रेम रोग प्रारंभ करने के कारण बी.आर.चोपड़ा की ‘ निकाह’ से अपना फिल्मी सफर प्रारंभ किया.’ निकाह’ फिल्म और सलमा आगा के गाये गीतों ने भरपूर वाहवाही बटोरी.अनेक फिल्मकार सलमा को अपनी फिल्म मे लेना चाहते थे.इसी समय वो अमेरिका मे रहनेवाले जहाज व्यवसायी और लेखक महमूद सिप्रा के संपर्क मे गई.महमूद सिप्रा पाकिस्तान से थे उन्होंने सलमा आगा के साथ ‘बेगम साहिबा ‘ बनाने की घोषणा की.खबर आई की सलमा आगा सचमुच मे उनकी बेगम साहिबा बन चुकी है.
‘बेगम साहिबा ‘ का प्रचार अनेक पत्रिकाओं मे बडे विज्ञापन देकर किया गया.फिल्म मे शशि कपूर नायक की भुमिका मे थे. प्रिती सप्रू, इफ्तेखार, सुबि राज और असरानी सह कलाकार थे.खय्याम संगीत और हसन कमाल गितों का जिम्मा संभाल रहे थे.आस्कर विजेता भानु अथैया के डिजाईन वेषभूषा मे सलमा बहोत आकर्षक लग रही थी.फिल्म की कहानी प्रिती सप्रू की बडी बहन रीमा राकेशनाथ ने लिखी थी.रीमा के पती राकेशनाथ जो बाद मे माधुरी दिक्षित के सेक्रेटरी के रुप मे मशहूर हुए फिल्म के प्रोडक्शन एक्जिक्यूटिव थे.
मगर सलमा आगा और महमूद सिप्रा मे जल्द ही तलाक हो गया और इसके साथ साथ फिल्म बंद हो गई.
बाद मे साजन फिल्म की लेखिका के रुप मे रीमा ने ख्याति प्राप्त की.उन्होंने दावा किया था की 1991 मे इसी कथा पर रेखा को लेकर फिल्म प्रारंभ हो रही थी.मगर इसी कहानी को ले कर सावन कुमार ने ‘बेवफा से वफा’ बना दी तो फिल्म फिर से रद्द हो गई.