सुलक्षणा पंडित और संजीव कुमार एक फिल्म कर रहे थे, उलझन। उस समय संजीव कुमार हेमा मालिनी के प्रति एकतरफा प्यार में पागल थे। सुलक्षणा पंडित और संजीव कुमार की फिल्म के दौरान अच्छी खासी दोस्ती हो गई थी और संजीव कुमार सुलक्षणा को हेमा मालिनी के प्रति उनके दिल में क्या भावनाएं आती है वो सब बता दिया करते थे। सुलक्षणा संजीव कुमार की एकतरफा प्यार की कहानी सुन सुनकर खुद संजीव कुमार से प्यार करने लगी। उधर हेमा मालिनी की शादी धर्मेंद्र से हो गई, जिसकी वजह से संजीव कुमार टूट से गए और तब उनकी सहारा बनी सुलक्षणा पंडित। किसी तरह सुलक्षणा ने संजीव कुमार के सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया । लेकिन संजीव कुमार तो तब भी हेमा मालिनी की ही याद में डूबे रहते थे, साथ ही उन्होंने ये भी बोल दिया था की अब वो कभी भी किसी के साथ शादी नही करेंगे इसलिए उन्होंने सुलक्षणा के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उधर सुलक्षणा ने भी तय कर लिया था की शादी तो वो संजीव से ही करेंगी और वो नही करेंगे तो वो भी जीवनभर शादी के बिना रहेंगी, संजीव की यादों में ही वो अपना जीवन व्यतीत कर देंगी। इसके लिए सुलक्षणा ने फिल्मों में काम करना भी छोड़ दिया और बाहरी दुनिया से भी नाता तोड लिया। कुछ सालो बाद संजीव कुमार की भी मृत्यु हो गई। संजीव कुमार की मृत्यु के बाद सुलक्षणा की तबियत और ज्यादा खराब होने लगी, यहां तक कि वो अपनो को भी सही से पहचान नहीं पाती थी। सुलक्षणा अपनी माताजी के साथ रहती थी। 2006 में उनकी छोटी बहन विजेता पंडित उनको अपने घर ले आई जिधर वो एक कमरे में ही रहती है और किसी से मिलना जुलना भी बंद कर रखा हैं । कुछ साल पहले बाथरूम में फिसल जाने के कारण उनकी कमर की हड्डी भी टूट गई जिस वजह से उनकी 4 सर्जरी करनी पड़ी। इस कारण वो अब ठीक से चल भी नहीं पाती है। लेकिन आज भी उनके दिल में संजीव कुमार के प्रति प्यार वैसे ही बना हुआ है ।