1970 में नवीन निश्चल ने अपना फिल्मी करियर फिल्म सावन भादो से शुरू किया। 1975 तक उन्होंने कुछ ऐसी हिट फिल्में दी कि उनका नाम बड़े स्टार के रूप में गिना जाने लगा। 1975 में निर्देशक यश चोपड़ा एक फिल्म बना रहे थे, दीवार। फिल्म में यश चोपड़ा ने नवीन निश्चल को अमिताभ बच्चन के भाई का रोल देना चाहा लेकिन नवीन निश्चल ने ये रोल ठुकरा दिया। उनका कहना था कि कुछ साल पहले उन्होंने फिल्म परवाना में हीरो का रोल किया था जिसमे अमिताभ बच्चन सहायक अभिनेता तो थे ही साथ में अमिताभ का रोल नेगेटिव भी था इसलिए वो अब अमिताभ की फिल्म में सहायक अभिनेता का रोल कैसे कर सकते हैं । इसके बाद यश चोपड़ा ने ये रोल शशि कपूर को सुनाया तो उन्होंने तुरंत हामी भर दी। फिल्म रिलीज हुई और सुपरहिट हो गई और इस फिल्म के लिए शशि कपूर को उस साल का बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला । उधर नवीन निश्चल का फिल्मी ग्राफ नीचे जाने लगा। उनकी फिल्में लगातार फ्लॉप होने लगी और एक समय ऐसा आया कि उनको सहायक अभिनेता के रूप में काम करना पड़ गया और इसके बाद उनको ऐसे रोल भी मिलने कम हो गए और कुछ छोटे बजट की फ़िल्मों में ही काम करने की नौबत आ गई। 1980 में जब निर्देशक मनमोहन देसाई ने अपनी फिल्म देशप्रेमी में नवीन निश्चल को उनका रोल सुनाया तो उन्होंने तुरंत हां कर दी ये जानकर भी कि इस फिल्म में हीरो अमिताभ बच्चन ही है जिसके लिए उन्होंने फिल्म दीवार ठुकरा दी थी। देशप्रेमी में नवीन निश्चल थे तो सहायक अभिनेता ही लेकिन उनका रोल एक सहायक अभिनेता से भी कम ही लगता है।