Homeफिल्म के बारे में कुछ रोचक तथ्य1975 में रिलीज हुई एक क्लासिक बॉलीवुड फ़िल्म दीवार के...

Related Posts

1975 में रिलीज हुई एक क्लासिक बॉलीवुड फ़िल्म दीवार के बारे में कुछ कम ज्ञात तथ्य

दीवार 1975 में रिलीज हुई एक क्लासिक बॉलीवुड फिल्म है, जो यश चोपड़ा द्वारा निर्देशित और सलीम-जावेद द्वारा लिखित है। इसमें अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, नीतू सिंह और परवीन बाबी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म अपने शक्तिशाली प्रदर्शन, मनोरंजक कहानी और प्रतिष्ठित संवादों के लिए जानी जाती है।

यहां फिल्म के बारे में कुछ कम ज्ञात तथ्य हैं:

  • वास्तविक जीवन चरित्र से प्रेरित स्क्रिप्ट: विजय वर्मा (अमिताभ बच्चन द्वारा अभिनीत) के पात्र क्रमशः वास्तविक जीवन के अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर हाजी मस्तान से प्रेरित थे। फिल्म ने उनके जीवन और उनके द्वारा लिए गए विपरीत रास्तों से प्रेरणा ली।
  • प्रतिष्ठित संवाद: फिल्म को उसके यादगार संवाद, “मेरे पास माँ है” (“मेरे पास एक माँ है”) के लिए याद किया जाता है। गरमागरम टकराव के दौरान अमिताभ बच्चन के चरित्र द्वारा दिया गया यह संवाद भारतीय सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित पंक्तियों में से एक बन गया है।
  • वैकल्पिक अंत: लेखक जोड़ी सलीम-जावेद द्वारा लिखित दीवार के दो वैकल्पिक अंत थे। पहले अंत में चरित्र विजय वर्मा को पुलिस द्वारा गोली मारते हुए दिखाया गया, जबकि दूसरे अंत में उसे पुलिस से बचकर शहर छोड़कर भागते हुए दिखाया गया। अंतत: फिल्म के लिए पहला अंत चुना गया।
  • यथार्थवादी फिल्मांकन तकनीक: निर्देशक यश चोपड़ा ने दीवार के लिए यथार्थवादी फिल्मांकन तकनीक का इस्तेमाल किया। फिल्म की शूटिंग प्रसिद्ध डॉक क्षेत्र सहित मुंबई में वास्तविक स्थानों पर की गई थी। वास्तविक स्थानों के उपयोग ने फिल्म की किरकिरी और प्रामाणिकता को जोड़ा।
  • बॉक्स ऑफिस की सफलता: दीवार बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी सफलता थी और 1975 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक बन गई। इसे अपने प्रदर्शन, कहानी कहने और सामाजिक टिप्पणी के लिए आलोचनात्मक प्रशंसा मिली।
  • भारतीय सिनेमा पर प्रभाव: विशेष रूप से 1970 के दशक में दीवार का भारतीय सिनेमा पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। इसने अमिताभ बच्चन द्वारा चित्रित “एंग्री यंग मैन” के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया, जो उनके करियर की एक परिभाषित विशेषता बन गया। फिल्म की सफलता ने बॉलीवुड में और अधिक किरकिरी और यथार्थवादी कहानी कहने का मार्ग प्रशस्त किया।
  • अंतर्राष्ट्रीय मान्यता: देवर को 1976 में नई दिल्ली में आयोजित 8वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में प्रदर्शित किया गया था। इसे अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों और आलोचकों से व्यापक प्रशंसा मिली, जिसने एक ज़बरदस्त फिल्म के रूप में अपनी प्रतिष्ठा स्थापित की।
  • गीत: गीतों की रचना आरडी बर्मन ने की थी। किशोर कुमार और आशा भोंसले द्वारा गाया गया कह दू तुम एक बड़ी हिट थी। यह गीत नीतू सिंह और शशि कपूर पर चित्रित किया गया था।
  • दीवार भारतीय सिनेमा में एक ऐतिहासिक फिल्म बनी हुई है, जो अपने शक्तिशाली प्रदर्शनों, यादगार संवादों और सामाजिक विषयों के चित्रण के लिए जानी जाती है। इसे अब तक की सबसे महान बॉलीवुड फिल्मों में से एक के रूप में मनाया जाता है और इसने भारतीय सिनेमा के इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
Facebook Comments Box

Latest Posts