एक घर में एक लड़के का जन्म हुआ, पढ़ाई में कुछ नहीं करता था बस खेलता रहता था। मड्डू बाबू शेट्टी नाम था उसका। उसके माता-पिता ने देखा कि ये पढ़ता तो है नही इसलिए उन्होंने उसे अपने एक अंकल के साथ मुंबई भेज दिया, जहाँ वो एक ढाबे में वेटर का काम करने लगा, उसे वहां 12 रुपए महीने मिले थे। जब 16 साल का हुआ तो टाटा कंपनी की एक कैंटीन में वेटर का काम मिल गया, टाटा कंपनी में बॉक्सिंग मैच भी होते थे। मुत्थू को बॉक्सिंग मैच देख के उत्सुकता पैदा होती थी।उसका शरीर भी बॉक्सर जैसे था। वो भी बॉक्सिंग करने लगा। बॉक्सिंग करते करते वो फेमस हो गया और मुंबई बॉक्सिंग प्रतियोगिता भी जीत गया । एक दिन फिल्म अभिनेता भगवान दादा और स्टंट निर्देशक बाबू राव ने उसकी बॉक्सिंग देखी और एक फिल्म में बॉक्सिंग सीन करने के लिए बोला। उसने एक सीन किया जिसके लिए उसे 200 रु. मिले और कुछ समय बाद उसे स्टंट डायरेक्टर का काम भी मिल गया। वो सबसे बेस्ट बॉलीवुड का स्टंट डायरेक्टर बन गया। उसके स्टंट देख के उसको एक हीरो के रूप में एक फिल्म भी मिली लेकिन कुछ वक्त बनने के बाद बंद हो गई, बाद में वो अमिताभ, धर्मेंद्र जैसे कलाकार के स्टंट डायरेक्टर भी बन गए । एक फिल्म में गंजा होकर रोल किया तो सबको उनका गंजा लुक इतना अच्छा लगा की वो फिर वो गंजे में ही रोल करने लगे, जिस से उसका नाम मुत्थु बाबू शेट्टी से उनके सरनेम का शेट्टी ही उनका नाम पड़ गया। उन्होंने बहुत पैसा कमाया और खतरनाक स्टंट भी किए फिल्म में । लेकिन जब उम्र होने लगी तो उनकी शरीर में स्टंट करते वक्त चोट परेशान करने लगी। इलाज में लगभग सब पैसे चला गया, जिसके कारण उनकी बीवी स्कूल में टीचर का काम करने लगी ।1982 में शेट्टी बहुत ही खराब हालत में ये दुनिया छोड़ गए। यही शेट्टी के बेटे रोहित शेट्टी आजकल के मशहूर फिल्म डायरेक्टर हैं ।