1967 में आंध्र प्रदेश के राजामुंदरी में एक लड़की का जन्म हुआ जिसका नाम रखा गया मंगाभानु । छोटी सी उम्र से उसने एक डांस मास्टर से डांस सीखना शुरू कर दिया। एक दिन एक कार्यक्रम में वो लड़की डांस कर रही थी, उसी कार्यक्रम में मशहूर फिल्म निर्देशक भाग्यराजा भी आए थे। उनको अपनी एक फिल्म के लिए एक छोटी सी उम्र की लड़की की तलाश थी जिसको डांस आता हो। भाग्यराजा ने वो लड़की का डांस देखा और उन्हें पसंद आ गया। उन्होंने कार्यक्रम में ही सबके सामने एलान कर दिया की वो अपनी अगली फिल्म में ये लड़की को एक रोल देने वाले है। ये सुनकर वो लड़की के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने ये बात अपने स्कूल के सभी दोस्तो को ये बात बता दी जिससे स्कूल में ये बात फैल गई की उनके स्कूल की एक लड़की एक फिल्म में काम करने जा रही है। लेकिन जब भाग्यराजा ने वो लड़की को फोटोशूट के लिए बुलाया तो उनको महसूस हुआ कि जो रोल के उन्हे लड़की चाहिए वो रोल के लिए इस लड़की की उम्र कुछ कम है और वो रोल में ये सही नही लगेगी इसलिए उन्होंने वो लड़की को फिल्म में लेने से इंकार कर दिया। ये बात सुन कर वो लड़की अंदर से टूट गई। ये इंकार ने उसकी आत्मा को झकझोर दिया। अब वो स्कूल में किस मुंह से बोलेगी उसे फिल्म में नहीं लिया गया। अगले दिन जब उसकी मां ने उसे स्कूल जाने के लिए उठाया तो उसने स्कूल जाने से मना कर दिया ये बोलकर की वो अब किस मुंह से स्कूल जाएगी, सब उनकी बेइज्जती करेंगे, उसका मजाक उड़ाएंगे इसलिए वो अब कभी स्कूल नहीं जाएगी। ये बात सुनकर उसकी मां को लगा कि एक दो तक इसका मूड ऐसा ही खराब रहेगा और उसके बाद अपने आप स्कूल चली जायेगी इसलिए उसकी मां ने उसे स्कूल जाने को विवश नही किया। पर ये इनकार की बात तो इसके अंदर घर कर चुकी थी की स्कूल में इसकी बेइज्जती होगी, सब मजाक बनाएंगे उसका, इसलिए वो भविष्य में भी सच में कभी स्कूल गई ही नहीं। जब वो 17 साल की हुई तो उसे एक तमिल फिल्म में काम करने का मौका मिला और आगे चलकर वो दक्षिण भारतीय फिल्मों की एक बहुत बड़ी और मशहूर अभिनेत्री बन गई, इसके अलावा उसने हिंदी फिल्मों में भी काफी काम किया। इस लड़की को हम भानुप्रिया के नाम से जानते है ।