1994 में सुभाष घई एक फिल्म बना रहे थे, त्रिमूर्ति जिसका निर्देशन मुकुल आनंद कर रहे थे। फिल्म में मुख्य कलाकार थे, संजय दत्त, जैकी श्रॉफ और शाहरुख खान। मगर संजय दत्त की गिरफ्तारी की वजह से संजय दत्त ये फिल्म नहीं कर पाए और उनकी जगह सनी देओल को लेने की बात हुई पर सनी देओल के पास डेट्स नही होने के कारण वो भी ये फिल्म नहीं कर पाए। इसके बाद अनिल कपूर और आदित्य पंचोली में से किसी को लेने की बात होने लगी। इसी बीच अनिल कपूर को धमकी भरे फोन आने लगे जिसमे उन्हें कहा गया की वो ये फिल्म न करे। पहले तो अनिल कपूर ने इसे गंभीरता से नहीं लिया पर जब लगातार ऐसे धमकी भरे फोन आने लगे तो अनिल कपूर ने अपने बड़े भाई बोनी कपूर को ये बात बताई। बोनी कपूर ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने दो दिन वो धमकी भरे फोन को टेप किया तो पता लगा ये फोन जूहू के एक होटल सी किंग से आ रहा था। पुलिस जब वहां पहुंची तो पता लगा की वो रूम आदित्य पंचोली के नाम से बुक था और आदित्य पंचोली का एक दोस्त तिवारी अनिल कपूर को फोन कर करके धमकी दे रहा था। पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया पर कुछ दिन बाद बोनी कपूर ने ये केस वापस ले लिया। त्रिमूर्ति जरूर बुरी तरह फ्लॉप हो गई थी, लेकिन ये किस्सा उस समय बहुत चर्चा में रहा।