शिमला में एक आर्मी ऑफिसर रहा करते थे, दुर्गानंद। परिवार में पत्नी, एक बेटी और दो बेटे थे। दुर्गानंद का सपना था कि वो एक स्पोर्ट्स क्लब बनाए जहां देश की नई प्रतिभाओं को देश के लिए खेल में कुछ करने का अवसर मिले। दुर्गानंद अपनी इस इच्छा के बारे में हमेशा बेटी को बताया करते थे। लेकिन उनकी इच्छा अधूरी ही रह गई क्योंकि एक भयानक कार दुर्घटना में दुर्गानंद की मृत्यु हो गई और पत्नी नीलप्रभा बुरी तरह घायल होकर पूरे 2 साल तक बिस्तर पर पड़ी रही। जब ये दुर्घटना हुई तब दुर्गानंद की बेटी मात्र 13 साल की थी। वो तीन बच्चों में सबसे बड़ी भी थी इसलिए घर की सारी जिम्मेदारी उस पर आ गई । उसने बहुत मेहनत, दृढ़ता और कर्तव्य को निभाते हुए अपनी जिम्मेदारी को निभाया। बड़ी होकर उसने मॉडलिंग के दुनिया में कदम रखा और उसके बाद फिल्मों की तरफ रुख कर लिया। शेखर कपूर ने उसे सबसे पहले फिल्म में मौका दिया पर वो फिल्म बन नहीं पाई। पहली फिल्म जो उसकी सिनेमा पर आई वो शाहरुख खान के साथ थी। इसके बाद ही दर्शकों की पसंदीदा हीरोइन में से एक बन गई और सिनेमा जगत पर राज करने लगी। स्टार बनने के बाद भी उसके अंदर अपने पिता की इच्छा पूरी करने की लालसा हमेशा बनी रही और फिर शुरुआत हुई आईपीएल की। उसको लगा यही मौका है अपने पिता की इच्छा पूरी करने का । स्पोर्ट्स क्लब न सही, एक क्रिकेट टीम तो खरीदी ही जा सकती है। अपने पिता को इच्छा पूरी करते हुए आईपीएल में एक क्रिकेट टीम को खरीदने वाली इस अभिनेत्री को हम प्रीटी जिंटा के नाम से जानते है।