1981 मे अपनी पहली ही फिल्म लव स्टोरी के सुपरहिट होने के बाद कुमार गौरव को काफी फिल्मे मिलने लगी। लेकिन कुमार गौरव ने एक शर्त सब फिल्म निर्माताओं को रख दी की वो उनकी फिल्म एक शर्त पर ही करेंगे अगर उनकी फिल्म की अभिनेत्री की वो पहली फिल्म न हो। मतलब की वो सिर्फ फिल्मों में स्थापित हो चुकी अभिनेत्रियों के साथ ही काम करेंगे, किसी नई अभिनेत्री के साथ नही। एक निर्माता एक फिल्म बना रहे थे शीरी फरहाद। इस फिल्म के लिए उन्होंने कुमार गौरव के साथ एक नई अभिनेत्री यास्मीन को चुना। लेकिन कुमार गौरव अपनी बात पर अड़ गए की वो यास्मीन के साथ काम नहीं करेंगे क्योंकि वो नई है। ये बात अलग है वो फिल्म कभी बनी ही नही और यास्मीन अपने घर मेरठ वापस चली गई। कुछ वक्त बाद राज कपूर अपनी फिल्म राम तेरी गंगा मैली के लिए नई अभिनेत्री की तलाश कर रहे थे, जिसके लिए यास्मीन भी आई और राज कपूर ने राम तेरी गंगा मैली के लिए यास्मीन को मुख्य अभिनेत्री के रूप में चुन लिया। साथ ही यास्मीन का नाम बदलकर उन्होंने मंदाकिनी रख दिया। इस फिल्म के सुपरहिट होने के बाद मंदाकिनी के पास फिल्मों की लाइन लग गई। और इसी वक्त कुमार गौरव को फिल्मे मिलना कम हो गई थी उनकी लगातार होती फ्लॉप फिल्मों की वजह से। एक निर्माता ने मंदाकिनी को अपनी फिल्म में लेना चाहा जिसमे उनके साथ अभिनेता कुमार गौरव थे। ये बात जब मंदाकिनी को पता लगी तो मंदाकिनी ने निर्माता को बोला की वो किसी नए अभिनेता के साथ काम कर लेगी, लेकिन कुमार गौरव जैसे फ्लॉप हीरो के साथ कभी नहीं।