1992 में निर्माता फिरोज नाडियाडवाला की एक फिल्म परम्परा का निर्देशन यश चोपड़ा कर रहे थे जिसके कलाकारों का चयन चल रहा था। एक रोल के लिए अनुपम खेर का चयन किया गया। उन दिनों अनुपम खेर केन्या में फिल्म खेल की शूटिंग कर रहे थे । अनुपम खेर ने बातों बातों में फिल्म खेल के हीरो अनिल कपूर को यश चोपड़ा की फिल्म परम्परा के बारे में बता दिया। अनिल कपूर यश चोपड़ा की 3 फिल्मे मशाल, विजय और लम्हे में काम कर चुके थे । जब अनिल कपूर केन्या से भारत वापस आए तो वो यश चोपड़ा के ऑफिस गए और उन्हें बोला की वो उनकी फिल्म परम्परा में काम करना चाहते हैं। यश चोपड़ा ने कहां कि फिल्म में सिर्फ एक ही रोल बचा है वो तुम करोगे नहीं । अनिल कपूर ने कहा कि आप जो रोल बोलेंगे वो मैं कर लूंगा बस आप मुझे अपनी फिल्म में ले ले। यश चोपड़ा अनिल कपूर को फिल्म में रोल के बारे में बताने की कोशिश करने लगे लेकिन अनिल कपूर ने कहा कि आप बस ये बोलो फिल्म की शूटिंग कब से शुरू करनी है, रोल क्या है वो छोड़ो, मुझे पता है आप मुझे कोई अच्छा ही रोल देंगे । बात ये भी थी की यश चोपड़ा जैकी श्रॉफ को इस रोल में लेने की सोच रहे थे पर अनिल कपूर अपनी बात आगे करके बैठ गए कि वही ये रोल करेंगे वो भी बिना सुने। आखिरकार यश चोपड़ा ने अनिल कपूर को अपनी फिल्म में ले ही लिया । लेकिन जब यश चोपड़ा फिल्म की सारी यूनिट को लेकर शूटिंग के लिए जयपुर पहुंचे तो अनिल कपूर ने ये रोल करने से साफ मना कर दिया। क्योंकि जो रोल अनिल कपूर ने जिद करके यश चोपड़ा से लिया था वो रोल था आमिर खान और सैफ अली खान के पिता का। अनिल कपूर के इंकार से यश चोपड़ा परेशान हो गए क्योंकि फिल्म की सारी यूनिट जयपुर पहुंच चुकी थी शूटिंग के लिए। यश चोपड़ा ने जैकी श्रॉफ से भी बात की पर जैकी तब कहीं और किसी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। अंत में यश चोपड़ा ने विनोद खन्ना से फोन पर बात करके अपनी परेशानी बताई तो अगले ही दिन विनोद खन्ना जयपुर पहुंचे और फिल्म में वही रोल किया जो अनिल कपूर को मिला था। अनिल कपूर की इस हरकत की वजह से यश चोपड़ा अनिल कपूर से काफी वक्त तक नाराज भी रहे ।