संगीतकार आर डी बर्मन अपने संगीतमय गीतों में अलग अलग वस्तुओ के प्रयोग के लिए जाने जाते थे । फिर वो फिल्म शोले के महबूबा ओ महबूबा गीत के शुरआत में बीयर की खाली बोतल से निकाली गई आवाज हो या फिर फिल्म यादों की बारात के चुरा लिया है तुमने जो दिल को गीत के शुरुआत में चम्मच के गिलास से टकराने की आवाज हो। ऐसा ही कुछ प्रयोग उन्होंने फिल्म सत्ते पे सत्ता में भी किया। फिल्म में जब दोहरी भूमिका निभाने वाले अमिताभ बच्चन के नेगेटिव किरदार वाले बाबू की एंट्री होती है तो उनके सीन के बैकग्राउंड में एक संगीत आता है। जब इसका बैकग्राउंड संगीत बनाया जा रहा था तो आर डी बर्मन ने बैकग्राउंड गायक अन्नेते पिंटो से कहा की पानी पियो पर पूरा नहीं पीना और गरारे करते हुए अलाप गाओ। उसने ऐसा ही किया और जब पानी पीते हुए गरारे करते हुए जो उसने अलाप गया वो ही बन गया अमिताभ बच्चन के बाबू वाले किरदार के एंट्री का बैकग्राउंड म्यूजिक